हिंदु धर्म पुनर्जन्म में विश्वास रखती है और मैं परिवर्तन में और ये परिवर्तन पुनर्जन्म ही है समझना थोड़ा मुश्किल है पर समझा जा सकता है, अगर बिलीफ, लॉजिक और मैजिक की खिचड़ी बनाये एकदम कांग्रेस और जेडीएस की तरह…I mean येन-केन-प्रकारेण 😉
खैर अपन यह कह रहे थे कि आप ये जो किसी की भी मृत्यु पर उसकी आत्मा के लिए शांति मांगते है या RIP लिखते है वो जायज है अगर आप अब्राहमिक रिलीजन मानते जहां पुनर्जन्म और परिवर्तन नहीं है पर सनातन में पुनर्जन्म की थ्योरी मौजूद है और परिवर्तन भी, अतः अगर आप सनातनी है तो निवेदन है कि दिवंगत आत्मा की सद्गति मांगे शांति नहीं।
पोस्ट नीरव मोदी को समर्पित, मतलब मेरे मोदी विदेश से भारत आ जाओ कोई कुछ नहीं कहेगा 😉
श्री श्री(रविशंकर नहीं)
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Interesting perspective!