वैसे तो मीटिंग्स कई हुई थी लीजेंड बाबा के साथ पर यह वाला श्री श्री(रविशंकर नहीं) को हमेशा याद रहेगा, कारण शायद इसका आखिरी हो जाना है। अब आगे उसी मीटिंग के कुछ खट्टे मीठे अंश है जहाँ लीजेंड बाबा श्री श्री से कहते है कि चैनल काहे छोड़ रहे हो, कौनो दिक्कत है तो बताओ? अब दिक्कत ऐसा कुछ था नहीं, श्री श्री चैनल के मुख्य प्रवक्ता और उनके बकलोल अनुयायियों से दुखी थे, प्राइमटाइम पर एकाधिकार और उनके कार्यक्रमों के इतर के फ़िजूल कार्यों से आहत थे और अब जब एक दूसरे चैनल का अवसर मिल गया था तो वो जाना चाह रहे थे। उन्होंने आधा बात हटा के नए अवसर वाली बात बता दी, शायद मन मे था कि जाते जाते काहे किसी का मन खट्टा करे, करके भी क्या कर लेते, फेविकोल का ऐड देखे थे कि दो हाथी का पूँछ हटाना किसी गोंद के वश में नही!
ख़ैर लीजेंड बाबा तो लीजेंड ठहरे, ऐसे कैसे इस सस्ते प्रवचनकर्ता को छोड़ते तो मीटिंग बुलाई, अजनबी तीसरे को भी रखा और फिर बोले साथे रहोगे तो बढ़िया करोगे, और फिर एक पंचवर्षीय योजना में श्री श्री के होते जीर्णोद्धार का प्रोजेक्ट भी दिखाया, और फिर यह भी जोड़ा कि हमारे ड्राइवर कमलनाथ(मध्यप्रदेश वाला नहीं) की ही तरक्की देख लो, और फिर वहीं मीटिंग हॉल में तीसरा व्यक्ति(ये तीसरा हमेशा क्यूटिया ही होता है) उनके बात के साथ अपना वीटो स्टैम्प लगा दे रहा था। मन मे था कि लीजेंड बाबा ऐसे भक्तों से ही तो बने है फिर वो बोले कि देखो कमलनाथ को ये दे रहे, वो दे रहे, उसकी इतनी पगार है, जब पगार और अन्य सुविधा सुना तो कमलनाथ, जो वजन में भले दोगुना और कद में पौना है पर पगार के मामले में हमसे तिगुना.. अब श्री श्री घोर संशय में कि टीम लीजेंड में प्रवचन करने से अच्छा ड्राइवर होना होता पर फिर यह उतना आसान भी नहीं था…शौक का ज़िक्र यहाँ नहीं!
खैर उस रोज़ बात बनी नहीं और लीजेंड बाबा बोले कि अभी इंतजार करो, प्राइमटाइम में एक बार फिर से प्रख्यात प्रमुख प्रवचनकर्ता जी के साथ मंथन करके बुलाता हूँ..श्री श्री भी बेशब्री से दंगल का इंतजार करने लगे, एक से बढ़कर एक आरोप लगे, सब तय था मीडिया ट्रायल की अच्छी बात ये होती है कि वहाँ गवाह और सबूत नहीं चाहिए, श्री श्री को सजा का सर्वोच्च स्तर पता था, वह दंगल से वो सब लेकर आ गए जो सब लीजेंड और देवीजी के पास था..पर ई का रात हुआ नहीं था, दर्शक बने हुए थे तो…तो?
पर फिर पता चला कि दंगल के बाद अब डीएनए भी होगा, अब श्री श्री नैनो चिप वाले उस बड़े जुल्फों वाले विद्वान की बाते भी सुने, उनके विश्लेषण के स्तर को साधुवाद रहेगा और फिर यह तय रहा कि श्री श्री को प्रवचन नहीं आता, ये जब कथा करते थे तब दर्शक चैनल बदलकर चित्रहार लगा लेते है अतः इनका जाना ही सही है। दंगल और डीएनए का रिपोर्ट सर्वमान्य और फेविकोल का जोड़ स्थापित…(अब है बाबा?)
खैर तब श्री श्री(रविशंकर नहीं) चैनल छोड़ आये और अपने साथ सड़कछाप का टाइटल भी लाये 😊 और आजकल वो यह सोंच रहे की इस टाइटल कॉपीराइट करा ले नहीं तो यह उपाधि भी बाबा सबको बाँटते रहेंगे…मज़ेदार यह भी है कि उनके उस कार्यक्रम में अब जो आते है वो बड़े प्रसिद्ध गुनी और प्रख्यात है, सब्सक्राइबर उन्हें बेलचट बुलाते है…उस धन्य कथाकारों को नमन।
यह पोस्ट सबको समझ मे नहीं आएगा, जिनको आये वो प्रार्थना करे लिजेंड बाबा और उनका चैनल हमेशा स्वस्थ्य रहे क्योंकि सब्सक्राइबर बहुत है जिनसे आगे देश बनना है।
#व्यंग #सड़कछाप #लेजेंड_बाबा
Photo is just like that, Legend Sir and Shri Shri Both look better.
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