कुछ कदमों तक साथ तो दो..

IMG-20170809-WA0008Another poem by me, written for a very special friend whom i meet over Internet in 2012. Enjoy Reading!!
मत आना साथ मंजिल तक, पर कुछ क़दमों तक साथ तो दो..
मत सजाना मेरी दुनियां तुम, पर एक मीठा याद तो दो..
मत मिलना तुम हकीकत में, पर अपने हसीं ख्वाब तो दो..
मत दो मुझे कोई गम, पर जो भी है तुम्हारे वो बाँट तो लो।

दो पल तेरे साथ चलने से चलना सीख लूँगा, यकीं है..
तेरी यादों से अपनी दुनिया रंगीन कर लूँगा, यकीं है..
ख्वाब तुम्हारे हो तो जिंदगी यूँ ही हसीं हो जायेगी, यकीं है..
तेरे गम बाँट के ही अब मै खुश रहूँगा, यकीं है।

न करो तुम कोई वादा, पर इन्तेजार का हक तो दो..
मत आओ मेरे ख्वाब में, पर उन्हें देखने का हक तो दो..
मत हंसो तुम मेरी बातों से, पर अपने आंसू बाँट तो लो..
मत उलझो मेरी बातों में, पर ये जो भी है उसे सुलझाने का मौक़ा तो दो।

तेरे इन्तेजार में भी जी लूँगा, यकीं है..
तेरे ख्वाबों से हकीकत में रंग बिखेरूँगा, यकीं है..
तेरे आंसुओं को बाँट ही खुश रहूँगा, यकीं है..
तेरी उलझनों को एक दिन सुलझा लूँगा, यकीं है।

मत बांटो तुम हमसे अपने गुजरे हुए दिन, पर खोयी मुस्कराहट का कारण तो दो..
मत सुनो तुम अपने दिल की बात, पर इस दिल में है क्या वो बता तो दो..
दुनिया आपकी दीवानी हो जायेगी, पहुँचने का उनको बस पता तो दो..
होंगी हर ख्वाहिश पूरी, अपनी हसरतों को तुम पंख तो दो।

तेरे मुस्कुरा देने भर से गुल खिल जाएगा, यकीं है..
दिल के सारे अरमान पूरे हों जायेंगे, यकीं है..
खुशियाँ भी अब आपका पता पूछेंगी, यकीं है..
तुम हंस के फिजा में फिर से रंग बिखेरोगी, यकीं है।

-सन्नी कुमार ‘अद्विक’

https://sunnymca.wordpress.com/2012/11/07

बदले लोगों को ढूंढना नही आता

life iz amazingढूंढ लाते हम उनको गर वो खो जाते,
पर बदले लोगों को ढूंढना नही आता..
दिल हो गर मायूश तो मना भी लें,
पर टूटे दिल को मनाना नही आता…

आज फिर बीत गया ‘कल की यादों’ में,
पर गुजरे लम्हों में रुकना नही आता…
वो सारे पल जो बीते, खुशनसीबी के थे,
पर बीते पलों को फिर से जीना नहीं आता..

वो कोरे सारे ख्वाब जो टूटे थे कल,
उनको आंसुओं से धोना नही आता.
दिल माफ़ करे अब उनको न याद करें,
पर दिल पर जोर करना भी हमको नहीं आता..

-सन्नी कुमार

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Dhundh Laate hum unko gar wo kho jaate,
par badle logo ko dhundhna nahin aata.
dil ho gar mayus to manaa bhi lein,
par toote dil ko manaana nhi aata…

Aaj phir beet gayaa ‘kal ki hi yaadon’ mein,
par gujhre lamhon mein rukna nahi aata,
wo saare pal jo beete khushnaseebi ke the,
par beete palon ko phir se jeena nahi aata..

wo kode saare khwab jo toote the kal,
unko aansuon se dhona nahin aata,
dil maaf karein unko na ab yaad karein,
par dil par jod karna bhi humko nahi aata..

मेरा ख्वाब मेरे साथ में है

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सब भूल गया हूँ तुम्हारी इन आँखों में,
अब तुम ही रहती हो मेरी आँखों में,
न मालुम कौन, कहाँ, किस हाल में है,
मुझे मालुम, मेरा ख्वाब मेरे साथ में है..

-सन्नी कुमार

ख़्वाबों की जरूरत और नहीं..

Missing Herआँखों पे सितम अब और नहीं,
इस दिल पे जुलम अब और नहीं,
जो देखे थे ख्वाब, वो टूट गए,
अब ख़्वाबों की जरूरत और नहीं।।

मौसम था वो मेरा प्यार नहीं,
जो बदला है मेरा यार नहीं,
है बोल मेरे होठों पे उसके,
पर दिल से दिल का मेल नहीं।।

Khwaab Saare Hi Toote Hai..

LoveThis is for you my magical bujji 😉

हसरतों की ना पूछो तुम,
ख्वाब सारे ही टूटे है,
ख्वाहिश जिनके साथ की,
वो हाथ हमसे छूटे है.
हसरतों की न पूछो तुम,
ख्वाब सारे ही टूटे है..

सब्र मेरी ना पूछो तुम,
उसके इन्तेजार में जागे है.
उम्मीद उसके लौट आने की,
जीने के बचे बहाने है.
हसरतों की ना पूछो तुम,
ख्वाब सारे ही टूटे है..

दिल ने माना है जिसको दिलबर,
वो नाज़नीं नजरों से ओझल है,
चाँद बिना उदास आज अम्बर,
हुआ शीत रहित दिसंबर है.
हसरतों की ना पूछो तुम,
ख्वाब सारे ही टूटे है..

हसरतों की ना पूछो तुम,
ख्वाब सारे ही टूटे है,
ख्वाहिश जिनके साथ की,
वो हाथ हमसे छूटे है.
हसरतों की न पूछो तुम,
ख्वाब सारे ही टूटे है..

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